भारत एक युवाओं का देश है, जहां बहुत सारे युवा नौकरी करते हैं और वे उस नौकरी से खुश भी है । हालांकि ,भारत में व्यापार करने वाले व्यक्तियों की संख्या में काफी ज्यादा इजाफा हुआ है ,यानी कि व्यापार भारतीय युवाओं को नौकरी के बजाय ज्यादा आकर्षित लगता है , और व्यापार चालू करने के लिए लोगों के मन में बहुत सारे आईडिया आने लगते हैं, जिसमें से एक है गैस एजेंसी खोलने का विचार है ।
यह एक ऐसा व्यापार है जो कभी भी बंद नहीं होगा , क्योंकि भारत की जनसंख्या दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही है । जिससे गैस की डिमांड भी ज्यादा बढ़ रही है और प्रधानमंत्री उज्जवला योजना के अंतर्गत लोगों को गैस कनेक्शन लेने के लिए प्रोत्साहित भी किया जाता है । यह एक बहुत ही लाभकारी व्यापार है ।
गैस एजेंसी क्या होती है?
विषयसूची
खाना तो हर घर में बनता है, लेकिन जहां पहले ग्रामीण भारत की लकड़ियों को ईंधन के तौर में उपयोग किया जाता था । वर्तमान में लकड़ियों के धुए से होने वाले नुकसान काफी खतरनाक है । उससे बचने के लिए सरकार ने विभिन्न विज्ञापनों के माध्यम से लोगों को जागृत करने का काम किया है ,जिससे एलपीजी गैस का इस्तेमाल खाना बनाने के लिए तेजी से किया जाने लगा ।
अगर आसान भाषा में समझा जाए तो जो संस्था लोगों के घर तक एलपीजी गैस पहुंचाने का काम करती है उसे गैस एजेंसी कहा जाता है । मतलब जिस व्यक्ति या संस्था को किसी विशेष पेट्रोलियम कंपनी ने एक विशेष एरिया में गैस वितरक के तौर पर नियुक्त किया हो , उसके कार्यालय अर्थात जहां से वह ऑपरेट करता है उसे गैस एजेंसी कहा जाता है । इसे आम भाषा में हम एलपीजी गैस डिस्ट्रीब्यूटर कहते हैं ।
एलपीजी डिसटीब्यूटरशिप के प्रकार
सबसे पहले तो गैस एजेंसी खोलने वाले व्यक्तियों को यह जानना जरूरी है कि एलपीजी डिस्ट्रीब्यूटर कितने प्रकार के होते हैं । मुख्य तौर पर इन को चार भागों में बांटा गया है ।
- शहरी वितरक
यह वह संस्था होती है जो केवल शहरी एरिया के अंतर्गत अपनी गैस सप्लाई करती है ।
- Rurban वितरक
इसमें वितरक शहरी क्षेत्र में मौजूद होता है लेकिन वह अपनी सर्विस ग्रामीण क्षेत्रों को भी प्रोवाइड करता है ।
- ग्रामीण वितरक
इसमें वितरक का काम एक विशेष निर्देश ग्रामीण क्षेत्र में एलपीजी ग्राहकों को अपनी सेवा प्रदान करने का होता है ।
- दुर्गम क्षेत्रीय वितरक
इस में आने वाले सभी वितरक कठिन एवं किसी विशेष क्षेत्र जैसे पहाड़ी क्षेत्र ,जंगली क्षेत्र और आदिवासी क्षेत्र जैसे दुर्लभ जगहों पर अपनी सेवा उपलब्ध कराते हैं ।
भास्कर कैरियर परिवार के एक माननीय सदस्य बने
Join | |
Telegram Channel | Subscribe |
Follow | |
FaceBook Page | Like |
Follow | |
Follow |
गैस एजेंसी लेने की योग्यताएं
इंडिया में बहुत ऐसे व्यक्ति हैं जो गैस एजेंसी लीडरशिप के माध्यम से लाखों रुपए महीने में कमा रहे हैं हालांकि, इंडिया में गैस एजेंसी डीलरशिप मिलने की प्रतिक्रिया कठिन होती है ।
- इस आवेदन करता भारत का नागरिक एवं भारत का निवासी होना चाहिए।
- आवेदन कर्ता कम से कम दसवीं तक पढ़ा लिखा हो , लेकिन स्वतंत्रता सेनानी की श्रेणी से संबंध रखने वाले व्यक्तियों के लिए शैक्षिक योग्यता के मानदंड में छूट है ।
- विज्ञापन जारी की गई तिथि तक आवेदन कर्ता की उम्र 21 साल से कम और 60 साल से अधिक नहीं होनी चाहिये । स्वतंत्रता सेनानी श्रेणी के लिए किसी प्रकार की उम्र की सीमा निर्धारित नहीं है ।
- आवेदन करता किसी ऑयल मार्केटिंग कंपनी में कार्यरत कर्मचारी के परिवार का सदस्य नहीं होना चाहिए।
- इस आवेदन कर्ता के पास एलपीजी सिलेंडर को स्टोर करने के लिए एक बड़ा सा गोदाम होना चाहिए।
- आवेदन कर्ता का कोई भी क्रिमिनल रिकॉर्ड नहीं होना चाहिए।
इंडिया की 3 सबसे बड़ी कंपनी एचपी गैस ,भारत गैस और इंडेन गैस नया लीडरशिप देने के लिए एक एडवरटाइजिंग जारी करती हैं । इसका एडवर्टाइजमेंट आप इसके ऑफिशियल वेबसाइट पर देख सकते हैं । इनका एडवर्टाइजमेंट न्यूज़पेपर जैसी जगहों पर भी दिया जाता है ।
आवेदन कैसे डालें
इनकी ऑफिशियल वेबसाइट पर आपको अपना नंबर और ईमेल आईडी के माध्यम से आप इस पर अपना रजिस्ट्रेशन करा सकते हैं । इसके बाद आपको आपके नंबर पर एक ओटीपी आएगा, जिसे आपको वेरीफाई करना होगा। जब आप वेरीफाई कर लेंगे तो आपका अकाउंट क्रिएट हो जाएगा। इसके बाद आप ऑनलाइन फॉर्म भर सकते हैं और आवेदन कर सकते हैं और फीस भी पेमेंट कर सकते हैं ।
गैस एजेंसी लेने में कितनी फीस लगती हैं ?
अप्लाई करने के साथ आपको कुछ पेमेंट भी करनी होंगी । लेकिन आवेदन करने से पहले यह जान ले कि अगर आपका फॉर्म एक्सेप्ट नहीं होता या रिजेक्ट हो जाता है तो आपके पैसे वापस नहीं किए जाएंगे । शहर में रहने वाले जनरल को 10000 रुपए की फीस देनी होती है ,और शहर में रहने वाले ओबीसी को 5000 रुपए देनी पड़ती है, तथा एसटीसी वालों को 3000 रुपए देनी पड़ती है । अगर ग्रामीण क्षेत्र में रहने वाले को देखा जाए तो जनरल कैटेगरी में आने वाले लोगों को 8000 रुपए देने होते हैं , तथा ओबीसी में आने वाले लोगों को 4000 रुपए और एसटी एससी में आने वाले लोगों को 2500 रुपए देने होते हैं पड़ती हैं ।
गैस एजेंसी में कितना सिक्योरिटी डिपोजिट करना पड़ता हैं ?
यदि आपका आवेदन फॉर्म एक्सेप्ट हो जाता है तो, आपको कुछ दिन के भीतर आवश्यक कागजात के साथ डिपोजिट का 10 प्रतिशत जमा करना होगा और आपके जानकारी के लिए बता दूं कि ये डिपोजिट बिल्कुल non-refundable हैं । शहरी क्षेत्र डीलरशिप के लिए 5 लाख रुपए की सिक्योरिटी राशि है और ग्रामीण क्षेत्र के लिए 4 लाख रुपए की सिक्योरिटी राशि है ।
आवेदन करने से पहले ध्यान में रखने वाली चीज है !
अगर आप गैस एजेंसी की लीडरशिप लेना चाहते हैं तो आपके पास कम से कम 1700000 लाख की राशि होने चाहिए । आवेदन करते समय फॉर्म को एक बार अच्छे से देख लें तथा उसमें दिए गए सारे इंस्ट्रक्शंस को अच्छे से पढ़े और समझे तभी अप्लाई करें, यदि आपका फॉर्म एक बार सबमिट हो गया है तो उसको एडिट नहीं किया जा सकता ।
यदि आप एक राज्य से अलग अलग स्थान से आवेदन डालना चाहते हैं तो आप कर सकते हैं, लेकिन वह अलग-अलग फॉर्म के लिए आपको अलग-अलग फीस देनी होगी । गैस डिस्ट्रीब्यूशन करना एक बहुत ही लाभकारी व्यापार है तथा इस व्यापार से कई भारतीय अच्छा पैसा कमा रहे हैं । इसमें राशि की आवश्यकता होती है, किंतु अगर यह एक बार सेटल हो जाएगा तो यह बहुत ही ज्यादा प्रॉफिटेबल है ।
भास्कर कैरियर परिवार के एक माननीय सदस्य बने
Join | |
Telegram Channel | Subscribe |
Follow | |
FaceBook Page | Like |
Follow | |
Follow |